कभी सोचा न था... कभी सोचा न था...
हर पल तू सामने रहती गूंजते रहते कानों में तेरे ही शब्द - "जिन्दगी में कभी पीछे न हट हर पल तू सामने रहती गूंजते रहते कानों में तेरे ही शब्द - "जिन्दगी में ...
प्यार का क्या है! प्यार का क्या है!
और तुम... तुम मुझमें रहकर भी मुझसे जुदा हो। और तुम... तुम मुझमें रहकर भी मुझसे जुदा हो।
बन कर फल कभी थोड़े कच्चे तो कभी थोड़े पक्के, लटकते अधटूटी टहनियों से दिखावी रिश्ते। बन कर फल कभी थोड़े कच्चे तो कभी थोड़े पक्के, लटकते अधटूटी टहनियों से दिखा...
लौट आओ लौट आओ